वस्ति चिकित्सा (एनिमा ) वात दोष का आयुर्वेदिक समाधान vasti-chikitsa-ayurvedic-enema-hindi

वस्ति चिकित्सा (एनिमा ) वात दोष का आयुर्वेदिक समाधान Vasti Chikitsa Ayurvedic Enema Hindi

वस्ति चिकित्सा, बस्ती थेरेपी, वात दोष उपचार यह वात दोष उपचार और पाचन समस्या का आयुर्वेदिक प्राकर्तिक उपचार है | वस्ति (एनिमा) आयुर्वेदिक पंचकर्म की सबसे प्रभाबशाली चिकित्सा प्रणाली है | vasti-chikitsa-ayurvedic-enema-hindi इस थेरेपी में वात दोष, जोड़ो का दर्द , और आंतों में जमा गंदगी साफ हो जाती है | 

इस थेरेपी के माध्यम से गठिया वात, पीठ दर्द, पुरानी कब्ज, साइटिका जैसी समस्याए के लिए बहुत ही लाभकारी है | वस्ति शब्द संस्कृत के “वस” (निवास) से लिया गया है जिसका अर्थ है “निवास” | इस आयुर्वेदिक चिकित्सा में ओषदियो काढ़े, या तेल को मल के रास्ते से डाला जात्ता है | जिससे मल त्याग करने से आंतों की गहराई से सफाई हो जाती है | और वात दोष का भी संतुलन हो जाता है 

वस्ति चिकित्सा (एनिमा ) वात दोष का आयुर्वेदिक समाधान vasti-chikitsa-ayurvedic-enema-hindi

वस्ति चिकित्सा के लाभ (Benefits of Vasti)

  1. वात दोष को संतुलन करता है और कमर दर्द, जोड़ो का दर्द, साइटिका में आराम मिलता है |
  2. पाचन शक्ति को मजबूत करता है और IBS जैसी समस्या सही हो जाती है |
  3. मांसपेशियों में खिंचाव काम करे, सुन्नपन, नसों की कमजोरी दूर होती है |
  4. महिलाओ के मासिक धर्म को नियमित करे |
  5. त्वचा रोगो से मुक्ति जैसे सोराइसिस |
  6. तनाव, अनिद्रा और चिंता जैसी मानसिक शांति मिलती है |

वस्ति प्रक्रिया (Vasti Process)

वस्ति थेरेपी तीन चरणों में पूरी होती है 

1. पूर्वकर्म (Preparation)

पूरे शरीर में तेल मालिशकरे और औषधीय भाप देकर शरीर के विषाक्त पदार्थ ढीले किए जाते हैं।

2. प्रधान कर्म (Main Therapy)
रोगी को लेटाकर मल-मूत्र मार्ग से औषधीय तेल/काढ़ा (जैसे दशमूल क्वाथ) डाला जाता है।

औषधि 5 -10 मिनट तक शरीर में रखी जाती है, फिर प्राकृतिक रूप से बाहर निकलती है।

यह प्रक्रिया 5-9 दिनों तक दोहराई जाती है।

3. पश्चातकर्म (Recovery)
संतुलित आहार :- खिचड़ी, मूंग दाल, और उबली सब्जियाँ।

2-3 दिन तक भारी शारीरिक मेहनत से बचें।

सावधानियाँ (Precautions)

  • आयुर्वेदिक डॉक्टर की देखरेख में कराएँ।
  • गर्भवती महिलाएँ, बुखार या दस्त के मरीज इस थेरेपी को ना ले |
  • थेरेपी के बाद ठंडे पानी और तला भोजन न लें।

वस्ति चिकित्सा न सिर्फ वात दोष को शांत करती है, बल्कि शरीर को अंदर से पोषण भी देती है। हालाँकि, यह एक विशेषज्ञता वाली प्रक्रिया है, जिसे बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं कराना चाहिए। अगर आप पुराने दर्द या पाचन समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो वस्ति आपके लिए वरदान साबित हो सकती है!

 Read More……..?

सवाल (FAQs)

Q1 :- वस्ति चिकित्सा में कितना समय लगता है?

पूरी प्रक्रिया 5 – 10 दिन चलती है, जिसमें तैयारी और रिकवरी शामिल है।

Q2 :- क्या वस्ति के बाद दर्द होता है?

हल्की बेचैनी हो सकती है, लेकिन यह 1-2 घंटे में ठीक हो जाती है।

Q3 :- वस्ति कितनी बार करवानी चाहिए?

साल में एक बार, विशेषकर वर्षा ऋतु में।

Leave a Comment