Piles Treatment Symptoms causes बवासीर का इलाज लक्षण कारण उपाय बवासीर (Piles या Hemorrhoids) भी कहते है | यह वह समस्या है जो गुदा मलाशय के अंदर और मलाशय के बाहर मस्से के रूप में हो जाता है | यह मस्से सूजन वाली और बढ़ी हुई नसे होती है | यह दर्दनाक और सुविधाजनक हो सकती है इसमें मलाशय से रक्तस्राव भी हो सकता है| बबासीर में दर्द, खुजली, ब्लीडिंग जैसी समस्या होती है | काफी सारे लोग इस बीमारी को बताने में शर्मिंदगी महसूस करते है | आइये थोड़ा और गहराई से जानते है Piles Treatment Symptoms causes बवासीर का इलाज लक्षण कारण उपाय क्या है |
WHO के अनुसार, भारत में 40% से ज्यादा लोग 50 साल की उम्र तक बवासीर से प्रभावित हो जाते है हम बवासीर के साथ पैदा होते है पर इससे हम परेशान नहीं होते है | बवासीर से हमे परेशानी तब होना शुरू होती है जब वह सूज जाती है या बढ़ने लगती है | तब हमे पता चलता है की हमे पाइल्स होने लगी है |
बवासीर के मुख्य लक्षण
- आपके गुदा में दर्द या पीड़ा, विशेषकर जब आप बैठते हैं।
- गुदा में खुजली होना।
- मल के साथ खून आना |
- मलत्याग के दौरान तेज दर्द या जलन |
- मस्सों में सूजन आना ।
- मलाशय से खून आना |
बवासीर के प्रकार
- बाहरी बवासीर (External Piles):- गुदा के बाहर मस्से, दर्द और सूजन ज्यादा होती है | बवासीर गुदा के आस-पास की त्वचा के नीचे सूजी हुई नसें बन जाती हैं।
- आंतरिक बवासीर (Internal Piles):- गुदा के अंदर होते हैं, दर्द कम लेकिन ब्लीडिंग ज्यादा होती है । मलाशय के अंदर सूजी हुई नसें बनती हैं|
बवासीर के कारण
बवासीर निम्नलिखित कारणों से विकसित हो सकती है जब हमारे शरीर में तनाव या शरीर के निचले बाले हिस्से में तनाव होता है तो वह बवासीर बना देता है | निचले अंगों पर दबाव बढ़ाता है, गुदा और मलाशय की नसों में सूजन और जलन पैदा कर सकता है।
- मोटापा और जेनेटिक कारण
- गलत डाइट फाइबर की कमी, मसालेदार भोजन करना |
- कब्ज सख्त मल के कारण गुदा में दबाव बनता है |
- वजन बढ़ने से दबाव, विशेष रूप से गर्भावस्था के दौरान।
- लंबे समय तक बैठे रहना डेस्क, जॉब या ट्रेवलके कारण |
बवासीर को रोकने के मुख्य प्राकृतिक उपाय
- फाइबर युक्त आहार लें हरी सब्जियाँ, पालक, बथुआ, मेथी, साबुत अनाज, ज्वार, बाजरा, ओट्स, फल में पपीता, अमरूद, केला ये सब कब्ज को दूर करता है |
- हाइड्रेशन है जरूरी दिनभर में 8-10 गिलास पानी पिएं और नारियल पानी या छाछ भी फायदेमंद होती है |
- नियमित एक्सरसाइज जैसे पैदल चलना रोज 30 मिनट वॉक करेंऔर योगासन में पवनमुक्तासन, मलासन, वज्रासन करे |
- स्टीम बाथ (गुनगुने पानी से सिकाई) एक बर्तन में गुनगुना पानी लें और 15 मिनट तक बैठें। यह दिन में 2 बार करने से मस्सों की सूजन कम होती है |
- वजन कंट्रोल और पोश्चर लंबे समय तक टॉयलेट में न बैठें और मोटापा कम करने के लिए डाइट और एक्सरसाइज जरूर करे |
- आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खे में एलोवेरा जेल मस्सों पर लगाने से सूजन कम होती है नारियल तेल + हल्दी खुजली और दर्द को कम करता है और त्रिफला चूर्ण रात को गुनगुने पानी के साथ लें जिससे हमारा पेट अच्छे से सुबह साफ़ होगा |
- ओवर-द-काउंटर क्रीम विच हेज़ल (Witch Hazel) युक्त क्रीम लगाएं और डॉक्टर की सलाह से स्टूल सॉफ्टनर जरूर ले |
बवासीर में क्या न खाएं (Contraindications)
- एल्कोहॉल और अधिक चाय-कॉफी
- रेड मीट और डेयरी प्रोडक्ट्स (कब्ज बढ़ाते हैं)।
- मिर्च-मसालेदार और तला हुआ भोजन।
- प्रोसेस्ड फूड (बिस्कुट, चिप्स, अचार)।
बवासीर एक दर्दनाक समस्या है, लेकिन डाइट, एक्सरसाइज और सही आदतों से इसे कंट्रोल किया जा सकता है। अगर लक्षण गंभीर हों, तो बिना देरी के डॉक्टर से सलाह लें। याद रखें, कब्ज से बचाव ही बवासीर का सबसे अच्छा इलाज है