
अगर आप चाहते है 10 मिनट में सर्वाइकल के दर्द गायब हो जाये तो हमे पहले समझना पड़ेगा की सर्वाइकल की समस्या होती क्यू है सर्वाइकल से बचने के क्या – क्या उपाए है अगर सर्वाइकल की समस्या हो ही जाये तो क्या साबधानियॉ बरतनी चाहिए| इसके लिए हमे कोन – कोन से ट्रीटमेंट करवाने चाहिए| आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट आज जानेगे Cervical Pain Treatment सर्वाइकल दर्द गर्दन और कमर दर्द के कारण और आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट, L1-L4 हड्डियों में दर्द के बारे में | सर्वाइकल दर्द आजकल एक आम समस्या बन गया है। खराब जीवनशैली, गलत पॉस्चर, और तनाव के कारण यह दर्द युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक को प्रभावित कर रहा है|
What is Cervical Pain सर्वाइकल दर्द क्या होता है
Cervical Pain सर्वाइकल दर्द – यानि के गर्दन के ऊपरी हिस्से में दर्द होने को सर्वाइकल का दर्द कहते है ये अक्सर रीड़ की हड्डी के शुरुआती भाग में होता है| इसमें दर्द गर्दन से होते हुआ कंधो में जकड़न और पीठ के ऊपरी में फ़ेल जाता है | सर्वाइकल दर्द मुख्य रूप से गर्दन के सर्वाइकल स्पाइन के C1 से लेकर C 7 V ertebrae में होता है | लेकिन ये दर्द अगर लम्बे समय से है तो L1 से L4 तक भी बढ़ सकता है | अगर समय से इसका सही इलाज नहीं करवाया तो ये पूरी पीठ और कमर की माशपेशियों में जकड़न पैदा कर देता है| सर्वाइकल दर्द अकसर हडियो घिसने, माशपेशियों में खिचाव, और नशो में दबाब होने के कारण होता है| इसमें 30 से 50 वर्ग की आयु के लोग जो ऑफिस में ज्यादा समय एक ही स्थान में कंप्यूटर पर बैठे रहते है उन लोगो में ये समस्या ज्यादा दिखाई देती है|
Causes of Cervical Pain सर्वाइकल दर्द के कारण
सर्वाइकल दर्द के कई सारे कारण हो सकते है उसमे से मुख्य कुछ ये है –
⏺ गलत मुद्रा में बैठना या सोना |
⏺ गर्दन या कमर में अचानक झटका लगना।
⏺ आर्थराइटिस हड्डियों का घिसना या सूजन होने के कारण ।
⏺ कंप्यूटर या मोबाइल पर अधिक देर तक झुके रहना |
⏺ बढ़ती उम्र के साथ हड्डियों का क्षय (Degeneration)
⏺ भारी सामान उठाना से |
⏺ L1 से L4 में समस्या होने से रीढ़ की हड्डियों में नस दबने से पैरों तक दर्द फैलना।
⏺ मानसिक तनाव और तनाव से जुड़ी मांसपेशियों की जकड़न
Cervical Pain से बचाव और सावधानिया
✅ व्यायाम नियमित योगासन (भुजंगासन, मकरासन) करें।
✅ बैठने के लिए सही मुद्रा होना बैठते या खड़े होते समय रीढ़ सीधी रखें।
✅ हर 30 – 45 मिनट बाद 5 मिनट का ब्रेक जरूर लें।
✅ सोते समय गर्दन के लिए सही तकिया का चुनाव करे जो तकिया आपकी गर्दन को स्पॉट करे|
✅ वजन उठाने से बचें भारी सामान न उठाएँ या झुककर न उठाएँ।
✅ रोजाना स्ट्रेचिंग या हल्का योग और गर्दन के व्यायाम करें।
✅ प्रतिदिन ध्यान या प्राणायाम से मानसिक शांति बनाएँ।
✅ गर्दन झुकाकर लंबे समय तक स्क्रीन न देखें।
Cervical Pain in L1-L4 Vertebrae L1-L4 हड्डियों में दर्द
कमर के निचले हिस्से में L1-L4 कशेरुकाएँ (लम्बर स्पाइन) में स्थित होती हैं। इनमें दर्द होने पर पैरों में झनझनाहट, चलने में तकलीफ, या कमर में अकड़न महसूस होती है। यह समस्या अक्सर स्लिप डिस्क, साइटिका, या मांसपेशियों में खिंचाव के कारण होती है। यदि Cervical Region में लंबे समय तक समस्या रहती है, तो यह Posture पर असर डालकर Lumbar Lertebrae (L1-L4) पर भी दबाव डाल सकता है, जिससे कमर दर्द और चलने-फिरने में कठिनाई हो सकती है।
Ayurvedic Treatment for Cervical Pain सर्वाइकल दर्द का आयुर्वेदिक इलाज
1. पंचकर्म थेरेपी :-
ग्रीवा बस्ती :- गर्दन के ऊपरी भाग में औषधीय तेल के प्रयोग से |
बस्ती (एनिमा) :- विषैले तत्वों को शरीर से निकालना।
कटी बस्ती :- कमर पर औषधीय तेल का प्रयोग।
नस्ययम :- नाक में औषधि डालना |
स्वेदन :- स्टीम थेरेपी दशमूल का भाफ देना |
Kati Basti (Back Pain) कटी बस्ती कमर दर्द का आयुर्वेदिक उपचार…..Read More

2. (अभ्यंग) तेल मालिश :-
नारायण तेल, दशमूल तेल या धन्वन्तरम तेल से मालिश करने से मांसपेशियों की जकड़न कम होती है।
आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ :-
शाल्की :- दर्दनाशक गुणों के लिए
अश्वगंधा :- तनाव और सूजन, हडियो को मजबूत करने में सहायक
गुग्गुलु :- हड्डियों की सूजन कम करता है
त्रिफला :- शरीर की सूजन कम करने में सहायक और पेट साफ रहने के लिए
Cervical Pain में आयुर्वेदिक लाभ
⏹ शारीरिक और मानसिक संतुलन |
⏹ प्राकृतिक उपचार दवाओं के साइड इफेक्ट्स नहीं।
⏹ समस्या का जड़ तक इलाज दर्द के कारण को दूर करना।
⏹ त्रिदोष को वात, पित्त, कफ को संतुलित करना।
⏹ इम्यून सिस्टम को मज़बूती करना |
⏹ शरीर को प्राकृतिक रूप से डिटॉक्स करता है
⏹ लम्बे समय तक प्रभावी उपचार
Cervical Pain Treatment सर्वाइकल दर्द गर्दन और कमर दर्द के कारण आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट Cervical Pain एक आम लेकिन गंभीर समस्या बनती जा रही है, खासकर उन लोगों के लिए जो दिनभर डेस्क पर बैठकर काम करते हैं। सर्वाइकल दर्द को नजर अंदाज करने से यह गंभीर रूप ले सकता है। आयुर्वेदिक उपचार और सही जीवनशैली अपनाकर इस दर्द से छुटकारा पाया जा सकता है। योग, संतुलित आहार, और नियमित चेकअप से आप स्वस्थ रीढ़ का आनंद ले सकते हैं।अगर आप भी Cervical Pain से पीड़ित हैं, तो आज ही से जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव लाकर और आयुर्वेदिक तरीकों को अपनाकर राहत पा सकते हैं। अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगे तो जरूर अपने दोस्तों के साथ शेयर करे आपका एक शेयर करने से किसी को दर्द से रहत मिल सकती है|