PCOD/PCOS क्या है? जानें कारण, लक्षण, इलाज

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आजकल के समय में महिलाओं में पाई जाने वाली समस्या PCOD और PCOS होना आम बात हो गई है आज के समय में हर 10 में से 3 महिलाओं को PCOD और PCOS की समस्या हो रही है अगर इस समस्या से छुटकारा पाना चाहते हैं तो आज हमें समझना पड़ेगा कि यह क्यों होता है इसके होने के लक्षण क्या है इसके कारण क्या हैऔर इसका कैसे उपचार किया जा सकता है यह एक हार्मोनल समस्या है| इससे छुटकारा पाने के लिए हमें अनेक बातों को ध्यान में रखना पड़ेगा आईए जानते हैं PCOD और PCOS क्या होता है|

What is PCOD/PCOS in Hindi  PCOD/PCOS क्या है

PCOD (Polycystic Ovarian Disease) और PCOS (Polycystic Ovary Syndrome) यह महिला प्रजनन प्रणाली से संबंधित हार्मोन विकार हैं दोनों अंडाशय (ओवरी) पर कई छोटे सिस्ट (तरल से भरे थैले) बन जाते हैं (फोलिकल्स) के बनने और टेस्टोस्टेरोन (पुरुष हार्मोन) के स्तर बढ़ने से जुड़ी है। जिसके कारण मासिक चक्र पर असर पड़ता है| महिलाओं में होने वाली हार्मोनल असंतुलन की सामान्य समस्या है। PCOS को “सिंड्रोम” कहा जाता है क्योंकि यह मेटाबोलिक, हार्मोनल और प्रजनन समस्याओं का समूह है। भारत में 10 में से 3 महिला इससे प्रभावित है।

PCOD और PCOS में अंतर in Hindi

PCOD (Polycystic Ovarian Disease) :- PCOD ओवरी में सिस्ट बन जाता है और अनियमित पीरियड्स की समस्या होती है। इस स्थिति में अंडाशय में बहुत सारे आंशिक अंडाणु बनते हैं, जो बाद में सिस्ट के रूप ले लेते है| इसमें अंडाशय बढ़े हुए आकार का हो जाता है जिससे मासिक चक्र अनियमित हो सकता है|

PCOS (Polycystic Ovary Syndrome) :- PCOS यह एक गंभीर मामला, जिसमें इनफर्टिलिटी, मोटापा, और डायबिटीज का खतरा अधिक होता है। यह एक अधिकबी मेटाबोलिक विकार है | इसमें साथ ही बांझपन और मेटाबोलिक संबंधी समस्याएं भी उत्पन्न होती हैं| जैसे , PCOS में टेस्टोस्टेरोन की मात्रा बढ़ने के कारण मासिक चक्र छूट जाते हैं,या शरीर पर अनचाहे बाल बढ़ जाते हैं, और भविष्य में मधुमेह (शुगर) या हृदय रोग जैसी समस्याए हो सकती हैं|

PCOD/PCOS होने के मुख्य कारण

PCOD/PCOS होने के मुख्य कारण निम्नलिखित है इसका कोई सटीक कारण सामने नहीं है पर बहुत सारे कारक मिलकर इसको जन्म दे सकते है|

हार्मोनल असंतुलन :- इंसुलिन रेजिस्टेंस हाई एंड्रोजन (पुरुष हार्मोन) का अचानक से बढ़ जाना| जब हमारे शरीर में इंसुलिन काम ही नहीं करता पाता और पैनक्रियास अधिक इंसुलिन बनाता है, जिससे एण्ड्रोजन बढ़ता है |

आनुवंशिकी :- अगर परिवार में पूर्व PCOS/PCOD का इतिहास होने पर जोखिम बढ़ जाता है| घर में यदि मां या बहन को यह समस्या हो, तो अन्य महिलाओं में होने की संभावना बढ़ जाती है।

मोटापा एवं जीवनशैली :-अपने शरीर में अधिक वजन होना और अस्वस्थ खान-पान, शारीरिक निष्क्रियता इंसुलिन प्रतिरोध और हार्मोन असंतुलन को बढ़ाबा देते हैं| धूम्रपान, शराब, हाई-कैलोरी या अत्यधिक कार्बोहाइड्रेटयुक्त आहार लेने से ये समस्या होने के अधिक चांस होते है |

PCOD/PCOS के लक्षण

  • चेहरे या शरीर पर अनचाहे बाल आना|
  • चेहरे पर मुंहासे, तैलीय त्वचा, और बाल झड़ना।
  • अनियमित रूप से पीरियड्स आना या पीरियड्स न आना।
  • वजन बढ़ना (खासकर पेट के आसपास)।
  • गर्भधारण में कठिनाई।

PCOD/PCOS का इलाज

PCOS/PCOD का कोई परमानेंट इलाज नहीं है, लेकिन इसके लक्षणों को नियंत्रित करना संभव है। संतुलित आहार और नियमित व्यायाम से वजन नियंत्रित रहकर हार्मोन संतुलित होते हैं

लाइफस्टाइल बदलाव :- डाइट में हमे लो-ग्लाइसेमिक आहार और हरी सब्जियाँ, ओट्स, शुगर कम करना है| प्रतिदिन 30 मिनट वॉक या योग (कपालभाति, भ्रामरी) करना है| और बजन कम करने के लिए प्रतिदिन एक्सरसाइज करना है|

दवाएँ :- मासिक धर्म को नियमित करने के लिए कमबाइन डिब्रिद्ध गर्भनिरोधक गोलियाँ दी जा सकती हैं जिससे हॉर्मोन वैलेंस होते है| मेटफॉर्मिन दवाई (इंसुलिन रेजिस्टेंस कम करने के लिए) लिया जाता है| और फर्टिलिटी ट्रीटमेंट (क्लोमिड या आईवीएफ) कर सकते है|

आयुर्वेदिक/घरेलू नुस्खे :- इस समस्या के बहुत सारी महिलाये घरेलु नुस्खे आजमाती है | जैसे अश्वगंधा, दालचीनी, हल्दी जैसे जड़ी-बूटियाँ हार्मोन संतुलन में सहायक मानी जाती हैं| आयुर्वेद में मेथी के पानी, एलोवेरा का जूस आदि का सेवन भी लाभदायक कहा गया है। आयुर्वेद में विशेष आसन (रायकटासन, भ्रामरी प्राणायाम आदि) और वात रहित आहार की सलाह दी जाती है| मगर ध्यान रहे कोई भी घरेलु उपचार करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर ले |

PCOS से बचाव

  • तनाव कम करने के लिए मेडिटेशन जरूर करे |
  • जितना हो सके शुगर और प्रोसेस्ड फूड से परहेज करे |
  • संतुलित आहार और नियमित एक्सरसाइज करे |

PCOD/PCOS को अनदेखा न करें। समय पर डॉक्टर से सलाह और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर आप इसके प्रभाव को कम कर सकती हैं। इस समस्या से निदान पा सकते है जरूरत है तो सिर्फ जागरूकता की | शेयर करें और जागरूकता फैलाएँ!

FAQ


हमें कैसे पता चलेगा कि हमारा पीसीओडी ठीक हो गया है?

इस समस्या से पूरी तरह ठीक नहीं हो सकते है| मगर जब मासिक धर्म समय पर शुरू हो और समय पर ख़त्म हो, या बजन बढ़ना बंद हो जाये, या चेहरे पर दाग धावे साफ होने लगे तो समझ जाना चाहिए की हमे इस समस्या से छुटकारा मिल रहा है|

PCOS कौन सी बीमारी है?

 एक आम स्थिति है जो आपके हार्मोन को प्रभावित करती है। यह अनियमित मासिक धर्म, अत्यधिक बाल विकास, मुँहासे और बांझपन का कारण बनता है।


PCOD में क्या प्रॉब्लम होती है?

अनियमित पीरियड्स: PCOD वाली महिलाएं अक्सर असामान्य, अनियमित या लंबे मासिक चक्र चलते है
अत्यधिक बालों का विकास होना
मुँहासे होना
वज़न बढ़ना होना
बालों का पतला होना
बांझपन की समस्याएं होना

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